गाजीपुर: पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार को गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इससे पहले उनका जनाजा निकला जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
जब जनाजा कब्रिस्तान के अंदर चला गया तो वहां कम से कम पांच हजार लोग मौजूद थे। इसके पहले माफिया मुख्तार अंसारी का जनाजा कब्रिस्तान पहुंचा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने खुद हाथ में माइक ले ली और लोगों से पीछे हटने की अपील करते रहे, साथ ही यह सूचना देते रहे कि कब्रिस्तान के अंदर सिर्फ परिवार को जाने की अनुमति है।
हालांकि कुछ लोगों ने दीवार फांदने की कोशिश भी की। मुख्तार अंसारी की कब्र उनके पिता व मां की कब्र के समीप खोदी गई। सुरक्षा के लिहाज से कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही। इससे पहले मुख्तार अंसारी का शव एंबुलेंस से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचा गाजीपुर पहुंचा। कब्रिस्तान के बाहर पुलिस का सख्त पहरा रहा। समर्थकों ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर जनाजे के लिए रास्ता बनाया।
ग़ाज़ीपुर में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के आवास के बाहर सुबह कुछ देर तक शव को रखा गया। मुख्तार अंसारी का शव भारी पुलिस बल के साथ रात 1:15 बजे पैतृक कस्बा मुहम्मदाबाद के आवास पर पहुंचा। शव आने की सूचना पर हजारों की संख्या में समर्थक जुट गए। सुरक्षा के लिहाज से कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही।